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गुरुवार, 28 अप्रैल 2022

जैसलमेर हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक सिंध कशीदा शैली,सरंक्षण की दरकार

जैसलमेर हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक सिंध कशीदा शैली,सरंक्षण की दरकार


जैसलमेर  कशीदाकारी भारत का पुराना और बेहद खूबसूरत हुनर है । बेहद कम साधनों और नाममात्र की लागत के साथ शुरु किये जा सकने वाली इस कला के कद्रदान कम नहीं हैं । रंग बिरंगे धागों और महीन सी दिखाई देने वाली सुई की मदद से कल्पनालोक का ऎसा संसार कपड़े पर उभर आता है कि देखने वाले दाँतों तले अँगुलियाँ दबा लें । लखनऊ की चिकनकारी,बंगाल के काँथा और गुजरात की कच्छी कढ़ाई का जादू हुनर के शौकीनों के सिर चढ़कर बोलता है। इन सबके बीच सिंध शैली की कशीदाकारी ने  जैसलमेर की हस्तशिल्प कला  ,को  अलग पहचान है । तेज़ रफ़्तार ज़िन्दगी में जबकि हर काम मशीनों से होने लगा है, सिंधी कशीदाकारों की कारीगरी "हरमुचो" किसी अजूबे से कम नज़र नहीं आती । बारीक काम और चटख रंगों का अनूठा संयोजन सामान्य से वस्त्र को भी आकर्ष्क और खास बना देता है । हालाँकि वक्त की गर्द इस कारीगरी पर भी जम गई है । नई पीढ़ी को इस हुनर की बारीकियाँ सिखाने के लिये स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिये इसका सरंक्षण आवश्यक हे वार्ना समय की मार के साथ हरमुचो बीते वक़्त की बात हो जाएगी । स्थानीय  सिंधी मुस्लिम महिलाए आज भी हरमुचो कला के कद्रदानों को सुई-धागे से रचे जाने वाले अनोखे संसार के दर्शन करा रही हैं  । हुरमुचो सिंधी भाषा का शब्द है जिसका शब्दिक अर्थ है कपड़े पर धागों को गूंथ कर सज्जा करना।

हुरमुचो भारत की प्राचीन और पारम्परिक कशीदा शैलियों में से एक है। अविभाजित भारत के सिंध प्रांत में प्रचलित होने के कारण इसे सिंधी कढ़ाई भी कहते हैं। सिंध प्रांत की खैरपुर रियासत और उसके आस-पास के क्षेत्र हरमुचो के जानकारों के गढ़ हुआ करते थे। यह कशीदा प्रमुख रूप से कृषक समुदायों की स्त्रियाँ फसल कटाई के उपरान्त खाली समय में अपने वस्त्रों की सज्जा के लिये करती थीं। आजादी के साथ हुए बँटवारे में सिंध प्रांत पाकिस्तान में चला गया किंतु वह कशीदा अब भी भारत के उन हिस्सों में प्रचलित है, जो सिंध प्रान्त के सीमावर्ती क्षेत्र हैं। पंजाब के मलैर कोटला क्षेत्र, राजस्थान के जैसलमेर ,बाड़मेर ,बीकानेर और श्री गंगानगर, गुजरात के कच्छ, महाराष्ट्र के उल्हासनगर तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर में यह कशीदा आज भी प्रचलन में है। जैसलमेर के मुस्लिम बाहुल्य गाँवो में आज भी महिलाए हरमुचो शैली की कशीदाकारी बड़े शौक से करती हैं ,अलबत्ता इस शैली का सरंक्षण किसी स्तर पर नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण हैं ,

हुरमुचो कशीदा को आधुनिक भारत में बचाए रखने का श्रेय सिंधी समुदाय की वैवाहिक परंपराओं को जाता है। सिंधियों में विवाह के समय वर के सिर पर एक सफेद कपड़ा जिसे ’बोराणी’ कहते है, को सात रंगो द्वारा सिंधी कशीदे से अलंकृत किया जाता है। आज भी यह परम्परा विद्यमान है। सिंधी कशीदे की प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें डिजाइन का न तो कपड़े पर पहले कोई रेखांकन किया जाता है और न ही कोई ट्रेसिंग ही की जाती है। डिजाइन पूर्णतः ज्यामितीय आकारों पर आधारित और सरल होते हैं। जिन्हें एक ही प्रकार के टांके से बनाया जाता है जिसे हुरमुचो टांका कहते हैं। यह दिखने में हैरिंघ बोन स्टिच जैसा दिखता है परंतु होता उससे अलग है। पारम्परिक रूप से हुरमुचो कशीदा वस्त्रों की बजाय घर की सजावट और दैनिक उपयोग में आने वाले कपड़ों में अधिक किया जाता था। चादरों,गिलाफों,रूमाल,बच्चों के बिछौने,थालपोश,थैले आदि इस कशीदे से सजाए जाते थे । बाद में बच्चों के कपड़े, पेटीकोट, ओढ़नियों आदि पर भी हरमुचो ने नई जान भरना शुरु कर दिया । आजकल सभी प्रकार के वस्त्रों पर यह कशीदा किया जाने लगा है।मैटी कशीदे की तरह सिंधी कशीदे में कपड़े के धागे गिन कर टांकों और डिजाइन की एकरूपता नहीं बनाई जाती। इसमें पहले कपड़े पर डिजाइन को एकरूपता प्रदान करने के लिए कच्चे टाँके लगाए जाते हैं। जो डिजाइन को बुनियादी आकार बनाते हैं। सिंधी कशीदा हर किस्म के कपड़े पर किया जा सकता है। सिंधी कशीदे के डिजाइन अन्य पारम्परिक कशीदो से भिन्न होते हैं।

रविवार, 5 सितंबर 2021

जिला एथेलेटिक्स संघ जैसलमेर का गठन राजावत अध्यक्ष ,तंवर सचिव ,चांडक कोषाध्यक्ष

 जिला एथेलेटिक्स संघ जैसलमेर का गठन राजावत अध्यक्ष ,तंवर सचिव  ,चांडक कोषाध्यक्ष 



जैसलमेर जैसलमेर जिले को स्पोर्ट्स हब बनाने की श्रृंखला में जिला ओलम्पिक संघ जैसलमेर द्वारा जैसलमेर के एथेलेटिक्स खिलाडियों को सौगात दी ,राजस्थान एथेलेटिक्स संघ के प्रदेश अध्यक्ष ,ओलम्पियन ,अर्जुन अवार्डी गोपाल सैनी ने जिला एथेलेटिक्स संघ जैसलमेर के पदाधिकारियों का मनोनय कर  जिले में एथेलेटिक गतिविधियों को गति देने के निर्देश दिए,चन्दन सिंह भाटी ने बताया कि  एथेलेटिक्स संघ जैसलमेर के अध्यक्ष पद पर पी एस राजावत ,सचिव लक्ष्मण सिंह तंवर ,कोषाध्यक्ष रतीश चांडक का मनोनय किया हैं,नव मनोनीत सचिव लक्ष्मण सिंह तंवर ने बताया कि जैसलमेर के एथलेटिक धावक अब मायूस नहीं होंगे अब वे  राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग  ले सकेंगे , राजस्थान एथलेटिक संघ के अध्यक्ष ओलंपियन अर्जुन अवॉर्डी गोपाल सैनी ने जैसलमेर में जिला एथलेटिक्स संघ में  पी एस राजावत को अध्यक्ष , प्रतीश चांडक को कोषाध्यक्ष पद पर मनोनीत कर जिले की एथलेटिक्स की गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए अधिकृत किया है जैसलमेर जिले में एथलेटिक्स प्रतिभाओं की कमी नहीं है उन्हें केवल अवसर की आवश्यकता थी जो आज प्राप्त हो गया है अब जैसलमेर जिले के खिलाड़ी भी राज्य राष्ट्रीय व  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स मैं  भाग ले सकेंगे जैसलमेर एथलेटिक्स संघ का एकमात्र उद्देश्य सीमांत जिले के खिलाड़ियों का उत्थान करना है जो भी एथलेटिक में भाग लेना चाहते हैं वे खिलाड़ी क्लब या संस्था अपना पंजीयन संघ के अध्यक्ष सचिव व कोषाध्यक्ष से संपर्क करके पंजीयन करवा सकते हैं.


/पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता जैसलमेर डॉ0 अजयसिंह द्वारा वृत कार्यालय पोकरण का किया वार्षिक निरीक्षण

  /पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता जैसलमेर   डॉ0 अजयसिंह द्वारा वृत कार्यालय पोकरण का किया वार्षिक निरीक्षण 



जेसलमेर जिले में वृत कार्यालय/थाना/चौकी स्तर पर कानून व्यवस्था मजबूत बनाने तथा वृत कार्यालयो/थानों/चौकियों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने हेतु पुलिस मुख्यालय के आदेषानुसार आज दिनंाक 04.09.2021 को जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ0 अजयसिंह द्वारा वृत कार्यालय पोकरण का वार्षिक निरीक्षण किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक के निरीक्षण के दौरान वृताधिकारी वृत पोकरण मोटाराम आरपीएस वृत कार्यालय में अपने स्टॉफ के साथ उपस्थित रहे तथा जिला पुलिस अधीक्षक को गार्ड द्वारा सलामी दी गई। निरीक्षण के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यालय के समस्त रेकर्ड को चैक किया गया तथा वृताधिकारी को आवश्यक दिषा निर्देश दिये। 

निरीक्षण के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा दिये दिषा निर्देश

  जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा वृत कार्यालय पोकरण के वार्षिक निरीक्षण के दौरान वृत कार्यालय पर आने वाले परिवादियो के साथ अच्छा व्यवहार करने निष्पक्ष रूप से कानूनी कार्यवाही अमल में लाने हेतु निर्देशित किया। जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा वृताधिकारी को अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिये। वृत क्षैत्र में चोरियों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी गस्त एंव नाकाबंदी करने के निर्देश दिये। इसके अलावा वृताधिकारी को अपने वृत क्षैत्र के सभी पुलिस थानो में एक्शन प्लान के तहत स्थाई वारंटियॉ, उदघोषित अपराधियों तथा भगोडो को गिरफतार करने, अधिकाधिक इंसदादी कार्यवाही, एम.वी .एक्ट एवं लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत अधिकाधिक कार्यवाही करने के निर्देश दियेे तथा इसके साथ-साथ शराब तस्करो के विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा वृताधिकारी को अपने वृत क्षैत्र के थानों की पैडेन्सी को कम करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ-साथ यातायात व्यवस्था को सृदृढ बनाने हेतु वृत हल्का क्षेत्र में ओवरक्राउडिंग वाहनों, शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों, तेजगति व लापरवाही से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों, बिना लाईसेंस/बिना कागजात/बिना नम्बरी वाहनों के विरूद्ध अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। 

वृत कार्यालय परिसर में जिला पुलिस अधीक्षक ने किया पौधारोपण 

          वृत कार्यालय पोकरण में जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा वार्षिक निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर में पौधारोपण कर वृक्षारोपण की आवष्यकता ओर इसके महत्व के बारे में बताया तथा अधिकाधिक वृक्षारोपण करने के निर्देष दिये, इस दौरान मोटाराम आरपीएस वृताधिकारी वृत पोकरण, कमलसिंह मुआ0 रीडर वृत कार्यालय पोकरण, सुभाष कुमार सउनि व आनन्द कुमार मुआ0 अपराध शाखा जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर उपस्थित रहे।


खबरों का असर। 72 बीघा सरकारी जमीन के अवैध म्यूटेशन रसूखदारों के नाम कर फंस गए तहसीलदार,हुए निलंबित

 खबरों का असर। 72 बीघा सरकारी जमीन के अवैध म्यूटेशन रसूखदारों के नाम कर फंस गए तहसीलदार,हुए निलंबित 

चंदन सिंह भाटी

नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र पांचाल


जैसलमेर दैनिक महानगर टाइम्स द्वारा जैसलमेर में 72 बीघा सरकारी भूमि की उप खंड अधिकारी  सरकार के खिलाफ जाकर राजनितिक दबाव और सुविधा शुल्क के चलते निजी व्यक्तियों को करोडो रुपयों की जमीन की फर्जी डिक्री करने और बाद में तत्कालीन तहसीलदार  द्वारा प्रभावी राजनीतिज्ञ परिवारों के नाम नियम विरुद्ध म्यूटेशन भने का मामला निरन्त प्रकाशित करने के  सरकार के प्रसंज्ञान में यह मामला आया साथ  तहसीलदार द्वारा मूलसागर और सम ग्राम पंचायतों में नियमविरुद्ध करोड़ों रुपयों की जमीन आवंटन कर तहसीलदार फंस गए और निलंबित हो गए ,नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र पांचाल को राजनीती प्रभाव से तहसीलदार का चार्ज दिलाया गया , अवधि में तहसीलदार ने सरकारी खाते की करोड़ों रुपयों की जमीन की हेरफेर कर ली ,कुछ मामले न्यायलय में चले गए , उच्च न्यायलय के आदेश पर जमीनों के फर्जी म्यूटेशन मामले में तहसीलदार के खिलाफ  पुलिस में मामले भी दर्ज हुए ,तहसीलदार द्वारा जैसलमेर में रहते तीन बड़े जमीन घोटाले किये जिनके चलते उन्हें निलंबित कर दिया।

पहला मामला

 परिषद जैसलमेर की कृष्णा नगर के पास स्थित करोडो रुपयों की बहतर बीघा जमीन की तत्कालीन उप खंड अधिकारी दिनेश विश्नोई द्वारा फर्जी डिक्री जारी की  गयी ,इस फर्जी  की  जानकारी होने के बाद भी स्थानीय विधायक के चालक ,कांग्रेस के बड़े नेता गाज़ी खान के पुत्र के नाम म्यूटेशन भर दिए जबकि इस जमीन के बाकी खातेदारों के म्यूटेशन नहीं भरे तो मामला उच्च न्यायलय में चला गया ,उच्च न्यायलय ने तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी किये ,यह मं सरकारी खाते में दर्ज होने के बावजूद तहसीलदार द्वारा म्यूटेशन भरे गए ,

दूसरा मामला

सम में 50 साल पुराने प्रकरण को सही मानते हुए 45 बीघा जमीन आवंटन: सम गांव में खसरा नं. 135/444 व 142 बीघा की 75 बीघा भूमि का आवंटन वर्ष 1971 में किए जाने के लिए डूंगराराम/चांदनमल को आवंटन पत्र जारी कर 2500 रुपए से जमा करवाने के लिए लिखा गया था। इस दौरान डूंगराराम ने 30 बीघा भूमि की राशि जमा करवाई तथा शेष 45 बीघा जमीन की राशि जमा नहीं होने पर खारिज हो गई। हाल ही में डूंगराराम ने 45 बीघा जमीन आवंटन के लिए तहसीलदार पुष्पेंद्र पांचाल ने राशि 2500 रुपए के हिसाब से जमा करवाने के लिए पत्र जारी कर दिया।

तीसरा मामला

मूलसागर में 35 साल पुराने प्रकरण में 50 बीघा जमीन आवंटन: मूलसागर गांव के खसरा नं. 193/152 की 50 बीघा भूमि का आवंटन वर्ष 1983 में किए जाने के लिए भगवानाराम निवासी मूलसागर को आवंटन पत्र जारी कर राशि 1383 रुपए के हिसाब से जमा करवाने के लिए लिखा गया था लेकिन भगवानाराम द्वारा राशि जमा नहीं करवाई और प्रकरण को समाप्त कर दिया गया था। 2005 में भगवानाराम की मृत्यु भी हो गई। नियमानुसार प्रकरण को समाप्त कर देना चाहिए था लेकिन तसहीलदार पुष्पेंद्र पांचाल ने प्रकरण को सही मानते जमा करवाने का पत्र जारी कर दिया और आवेदकों द्वारा तुरंत राशि जमा करवा दी गई।

सम व मूलसागर में इनके द्वारा 50 साल पुराने मामलों में खारिज जमीन को फिर से आवंटित करने को लेकर बड़ी शिकायत थी। यह मामला सीएमओ तक पहुंच गया था। शुक्रवार को निलंबित करने की कार्रवाई के बाद  इस मामले की पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। दोनों ही मामलों में तहसीलदार ने 72 करोड़ की जमीन कौड़ियों के भाव आवंटित कर दी।

सूत्रों के अनुसार सम क्षेत्र में जो 45 बीघा जमीन आवंटित की जा रही थी। उस मामले में तहसीलदार ने भारी रिश्वत भी ली थी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मूलसागर वाले मामले में भी इतनी रिश्वत ली होगी। जानकारी के अनुसार तहसीलदार ने पटवारी से मौका रिपोर्ट करने के बाद आर आई को फाइल पर साइन करने के लिए कहा।

लेकिन तत्कालीन आर आई ने साइन नहींं किए। यह बात जब उन नामी व प्रभावशाली लोगों को पता चली तो उन्होंने आर आई को बदलवा दिया। इतना ही नहीं दूसरे व तीसरे आर आई ने भी हस्ताक्षर नहीं किए। 10 दिन के भीतर इन लोगों ने अपने प्रभाव से तीन आर आई बदलवा दिए। आखिरकार चौथे आर आई ने साइन किए और फाइल आगे बढ़ गई।

ऐसे मामलों में जमीन आवंटन का अधिकार राज्य सरकार के पास जानकारी के अनुसार सालों पुराने मामलों में जो जमीन आवंटन राशि जमा नहीं करवाने पर खारिज हो चुकी है उसे फिर से आवंटित करने का अधिकार राज्य सरकार के पास है। लेकिन तहसीलदार ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर अपने स्तर पर ही कार्रवाई करवाकर 95 बीघा जमीन आवंटित कर दी।

हसीलदार ने इस कार्रवाई को चोरी छिपे किया और किसी को भनक तक नहीं लगी। स्थानीय स्तर पर कलेक्टर, अति. कलेक्टर व उपखंड अधिकारी को इसकी जानकारी तक नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार जब मामले का खुलासा हुआ तो तहसीलदार ने जमीन आवंटन के लिए जमा करवाए जाने वाले चालान को फाड़ दिया था।

सूत्रों के अनुसार इस मामले में जिले के नामी लोग भी शामिल थे। जानकारों के अनुसार एक तहसीलदार इतनी बड़ी कार्रवाई बिना किसी दबाव के नहीं कर सकता था और करोड़ों की जमीन को सामान्य दर पर नहीं दे सकता था। ऐसे में कहीं न कहीं प्रभावशाली लोग भी इस फर्जी आवंटन में शामिल थे।


पोकरण - गौषाला संचालकों को गौधन संरक्षण के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा - गोपालन मंत्री,

 पोकरण - गौषाला संचालकों को गौधन संरक्षण के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा - गोपालन मंत्री,

प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर नन्दी गौषाला खोली जाएगी,संचालक आए आगे,

गौधन संरक्षण के लिए राज्य सरकार

हर स्तर पर मदद देने के लिए कटिबद्ध - अल्पसंख्यक मामलात मंत्री,

पोकरण श्री चैन पब्लिक गौषाला में अतिथियों का

हार्दिक अभिनन्दन,मंत्री जी ने गायों को अपने हाथों से खिलाया गुड़



जैसलमेर /खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने गौषाला संचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सदैव ही गौधन संरक्षण के लिए  हर समय सहयोग देने के लिए तत्पर है। उन्होेने कहा कि गोपालन विभाग के माध्यम से गौषालाओं को अनुदान देने में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच एवं अनूठी पहल के कारण नन्दियों के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए जिला मुख्यालयों पर नन्दी गौषालाएं स्वीकृत की गई है वहीं हर पंचायत स्तर पर नन्दी गौषाला स्वीकृत की जाएगी ताकि नन्दीयों का पूरा संरक्षण हो।


गोपालन मंत्री  पोकरण में श्री चैन पब्लिक गौशाला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गौशाला संचालकों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने अध्यक्षता की। कार्यक्रम में जैसलमेर नगर परिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर, नैन दान रत्नू, गोपालन विभाग के निदेशक डॉ लाल सिंह, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर, उपखंड अधिकारी राजेश कुमार, तहसीलदार बंटी राजपूत, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पोकरण तनुजा सोलंकी, चौन पब्लिक गौशाला के अध्यक्ष नारायण रंगा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान, के साथ ही अच्छी संख्या में जिले के गौशालाओं के संचालक गण एवं पशुपालक उपस्थित थे।


गोपालन मंत्री भाया ने जनप्रतिनिधियों से आहवान किया कि वे पंचायत समिति स्तर पर नन्दी गौषाला संचालन करने के लिए क्षेत्र के बड़े गौसंचालकों से आवेदन कराएं ताकि नन्दी गौषालाओं की स्वीकृति की जा सके। उन्होंने कहा कि पशुधन संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने गौशालाओं में छोटे पषुधन के लिए 16 से बढ़ाकर 20 रुपये व बड़े पशुधन के लिए 32 से बढ़ाकर 40 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से अनुदान स्वीकृत किया है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में गौशालाओं में छह माह से बढ़ाकर 9 माह तक अनुदान करने की प्रक्रिया राज्य स्तर पर प्रक्रियाधीन है । उन्होंने बच बारस के पर्व पर गौ माता को नमन करते हुए श्री चैन पब्लिक गौशाला के लिए अपनी ओर से 51 हजार रुपये नकद प्रदान किए।


गोपालन मंत्री ने कहा कि गौषाला संचालकों की मांग को देखते हुए अनुदान प्रक्रिया में सरलीकरण किया गया है। वहीं धर्मकांटे की पर्ची की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही बिल वाउचर प्रक्रिया को भी सरलीकरण कर चार्टेड एकाउंटेंट के माध्यम से लेखा प्रस्तुत करने की छूट दी है, जिससे भी गौषाला संचालको को राहत मिली है। उन्होंने जैसलमेर के गौषाला संचालकों को विष्वास दिलाया कि उनके भूमि आवंटन के मामले में प्रषासन से सहयोग करवाकर उनका निस्तारण किया जाएगा। वहीं निरीक्षण के माध्यम से भी किसी प्रकार की तकलीफ नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा की नन्दी गौषालाओं के संचालन के लिए गौषाला शुरू करते ही नौ माह का अनुदान चालू कर दिया जाएगा। उन्हांेने गोपालन विभाग की गोपालन विकास योजना की चर्चा करते हुए बताया कि इसके संचालन के लिए भी आवेदन करने की तिथि 31 दिसम्बर तक बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि इस योजना में गौषाला संचालक को टीन सेड निर्माण के लिए 10 लाख रूपये के अनुदान देने का प्रावधान है। इसके लिए गोपालन विभाग में गौषाला का रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है।


गोपालन मंत्री ने कहा कि जैसलमेर में गौषाला संचालकों को हर समय सहयोग देने का भरोसा दिलाया एवं कहा कि जनवरी से मार्च तक का अनुदान का भुगतान गौषालाओं को कर दिया है एवं अप्रेल से जून तक का शीघ्र ही करवा दिया जाएगा। उन्होंने गौषाला संचालकों को गौमाता की सेवा पूर्ण ईमानदारी के साथ करने का आहवान किया एवं कहा कि वे बधाई के पात्र है कि वे गौधन संरक्षण के लिए कार्य कर रहे है।


अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार पशुपालकों के सहयोग के लिए सदैव कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अकाल की स्थिति में पूर्व में भी बहुतायत मात्रा में पशु शिविर एवं चारा डिपो खोलकर पशुधन का संरक्षण किया वहीं गौशालाओं के माध्यम से भी पशु धन का संरक्षण किया गया।


अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने कहा कि इस बार भी अनावृष्टि की स्थिति को देखते हुए सरकार हर स्तर पर पशुधन संरक्षण के लिए पूरा सहयोग करेगी एवं इसमें किसी प्रकार की धन की कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि पूर्व के कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने गोपालन विभाग का अलग से गठन कर गौशाला संचालकों को तोहफा दिया है। उन्होंने गौशाला संचालकों को विश्वास दिलाया कि उनकी हर स्तर पर गौ सेवा के लिए मदद की जाएगी।


उन्होंने गोपालन मंत्री से जैसलमेर पषु बाहुल्य जिले को देखते हुए एवं यहा अधिकांषतः अकाल की स्थिति को देखते हुए पषुधन संरक्षण के लिए विषेष रियायत देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पषुपालकों को इस बार भी उनके पषुधन के संरक्षण के लिए हर संभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा मानव स्वास्थ्य के लिए संचालित की गई मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पूरा लाभ उठाने का आहवान किया वहीं घर-घर औषधी योजना में 8-8 औषधीय पौधे प्रत्येक परिवार को लगाने का आहवान किया।


नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने भी गोपालन मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार गौधन संरक्षण के लिए हर स्तर पर पूरा सहयोग दे रही है। श्री चैन पब्लिक गौषाला के अध्यक्ष नारायण रंगा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए गौषाला की गतिविधियों पर प्रकाष डाला एवं कहा कि इस गौषाला में 408 गौवंष का संरक्षण किया जा रहा है। उन्होंने गौधन संरक्षण के अनुदान में बढ़ोतरी करने की भी आवष्यकता जताई।


पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने भी गौषाला संचालकों की मांगों को रखते हुए यहा पर विषेष छूट देने की बात कही एवं गौषाला निरीक्षण प्रक्रिया में सरलीकरण करने, अधिक मात्रा में गौषालाएं स्वीकृत करने की आवष्यकता जताई। वहीं गौषालाओं के लिए पट्टा जारी कराने की कार्यवाही कराने पर जोर दिया।


इस मौके पर गोपालन मंत्री व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने गौशाला में गायों को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। इस दौरान श्री चैन पब्लिक गौषाला में एक लाख रूपये का सहयोग देने पर भामाषाह जयसिंह उज्जवल का गोपालन मंत्री व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने हार्दिक स्वागत किया एवं सहयोग के लिए बधाई दी।


इस मौके पर अतिथियों का स्वागत गौषाला संचालक नारायण रंगा, अली गुलाम, जयसिंह उज्जवल, केडी रत्नू, अमीन खां, भीम सिंह, आईदान माली, मीरे खां आदि ने किया।


इससे पूर्व गोपालन मंत्री का अल्पसंख्यक मामलात मंत्री के आवास के आगे अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद, नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, उपसभापति खींवसिंह, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुल्ला फकीर, पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने उनका हार्दिक अभिनन्दन किया। गोपालन मंत्री ने गौषाला संचालकों के परिवेदनाएं भी सुनी एवं प्रार्थना पंत्र प्राप्त किए एवं उनके समाधान का भरोसा दिलाया।


अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने सेवा पुरी जी के धूणा परिसर में बा-बापू अमृत महोत्सव के तहत किया वृक्षारोपण,

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने सेवा पुरी जी के धूणा परिसर

में बा-बापू अमृत महोत्सव के तहत किया वृक्षारोपण,

सेवा पुरी धुणे में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने सभाभवन निर्माण के लिए 15 लाख विधायक मद से देने की घोषणा की,

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री का माली समाज द्वारा हार्दिक अभिनन्दन


 जैसलमेर  अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री ने शाले मोहम्मद ने कहा कि माली समाज का नगर पलिका क्षेत्र में सदैव प्रतिनिधित्व रहा है एवं उन्होंने शहर के विकास में हर संभव सहयोग दिया है। उन्होंने वार्ड संख्या 2 के पार्षद संतोष माली एवं वार्ड संख्या 3 के पार्षद मांगीलाल गहलोत के वार्डवासियों के लिए की जा रही जनसेवा एवं सहयोग की तारिफ की। उन्होंने कहा कि सेवापुरी धूणे में बा-बापू अमृत महोत्सव के तहत जो पौधारोपण किया है उन सभी पौधों की सार संभाल कर उनको वाटिका के रूप में विकसित करावें।

अल्पसंख्यक मामलात् मंत्री ने सेवापुरी धुणे में माली समाज द्वारा रखे गए पौधोरोपण एवं सम्मान समारोह के दौरान जनसमुदाय को संबोधित करते हुए यह उदगार व्यक्त किए। इस मौके पर उपखण्ड अधिकारी राजेष कुमार, अधिषाषी अधिकारी तनुजा सौलंकी, जिला परिषद सदस्य कान भारती, पंचायत समिति सदस्य रसीद खां, पूर्व प्रधान वहीदुल्ला महर, समाजसेवी राजू पुरोहित, वार्ड पार्षद मांगीलाल गहलोत, संतोष माली, समाजसेवी, आईदान पंवार, सरपंच जगदीष भील उपस्थित थे।

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने माली समाज द्वारा किए गए सम्मान के प्रति आभार जताया एवं कहा कि पोकरण क्षेत्र में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए है। उन्होंने इस मौके पर सेवापुरी जी के घूणे परिसर में बड़े सभाभवन निर्माण के लिए विधायक मद से 15 लाख रूपये की घोषणा की वहीं स्वामी समाज के सामुदायिक भवन व पानी के टांके का निर्माण कराने का भी विधायक मद से स्वीकृति का विष्वास दिलाया एवं नगरपालिका अधिषाषी अधिकारी को इसका तखमीना बनाकर पेष करने के निर्देष दिए।

इस मौके पर पार्षद संतोष माली ने मंत्री जी का हार्दिक स्वागत किया एवं वार्ड में पेयजल की सुविधा के प्रति आभार जताया। समाजसेवी आईदान पंवार ने कहा कि सेवापुरी जी के पावन धुणे पर विधायक एवं अल्पसंख्यक मामलात मंत्री द्वारा 15 लाख की घोषणा पर माली समाज की और से हार्दिक आभार जताया।

इस मौके पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने टीकमचंद माली द्वारा संचालित किए जा रहे वूषु संघ के तहत की जा रही गतिविधियों की तारीफ की एवं इसके लिए भी पूरा सहयोग देने का विष्वास दिलाया। उन्होंने इस खेल गतिविधियों के तहत प्राप्त किए गए गोल्ड, सिल्वर एवं कांस्य मेडल एवं प्रमाण पत्र विजेता खिलाड़ियों को प्रदान किए।

इस मौके पर पार्षद संतोष माली ने कोच टीकमचंद को इन खेलों के सहयोग के लिए अपनी ओर से पचास हजार रूपये एवं गौस्वामी समाज के  विकास के लिए हंसपुरी एवं तेज भारती को 1 लाख 50 हजार रूपये का चैक प्रदान किया। पार्षद मांगीलाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने बा-बापू अभियान के तहत धूणा परिसर में पौधारोपण किया एवं अधिक से अधिक पौधे लगाने का आहवान किया।

मंगलवार, 16 मार्च 2021

जीते जी किसी ने सार नहीं की मरने के बाद श्रद्धांजलियों का दौर कोटड़ी पाड़े की गलियां हुई स्वर विहीन ,रानी महल के बाहर सन्नाटा

 जीते जी किसी ने सार नहीं की मरने के बाद  श्रद्धांजलियों का दौर

कोटड़ी पाड़े की गलियां हुई स्वर विहीन ,रानी महल  के बाहर सन्नाटा



जैसलमेर विभा श्रॉफ के साथ थार का विख्यात लोक गीत मूमल गाकर  दिलाने

वाले मांगणियार लोक गायक दापु खान के निधन के साथ ही जैसलमेर के सोनार

किले की  स्वर विहीन हो गयी ,अब इन गलियों में दपु खान के कमायचे  मधुर

संगीत के साथ सुरीली आवाज़ नहीं गूंजेगी ,वर्षों से किले ऊपर कोटड़ी पाड़ा

स्थित कंवर और रानी पदाके बाहर बैठकर पर्यटकों को अपने मधुर स्वर लहरियों

से आकर्षित करने वाला लोक कलाकार दापु खान अब इस दुनिया में नहीं रहा

,मस्त मलंग दपु खान ताउम्र फटेहाल रहा ,जैसलमेर की ऐतिहासिक लोक नायिका

मूमल की सुंदरता का अपने गीतों में बखान कर अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त

करने के बाद भी दपु खान की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया था ,दापु खान

के हुनर का उपयोग कर विभा श्रॉफ ने जो ख्याति मूमल से अर्जित की उसका

फायदा दपु को नहीं मिला ,यु ट्यूब पर करोड़ो लोगो तक पहुंचे मूमल गीत की

रॉयल्टी दपु खान को नहीं नहीं मिली ,दपु सामान्यतः अपनी मौत के दो दिन

पहले तक कोटड़ी पाड़ेकी गलियों में बेथ पर्यटकों के लिए स्वागत गीत गता रहा

,दपु खान को न तो जिला प्रशासन से न ही पर्यटन विभाग से कभी कोई सहायता

मिली यहाँ तक की उसे जिला प्रशासन ने कभी मरू महोत्सव  सांस्कृतिक

कार्यक्रमों में शामिल नहीं किया ,उसकी रोजी रोटी पर्यटकों की और से

मिलने वाली बक्शीश से चलती थी ,दपु को दो वक़्त की रोटी कोटड़ी पाड़े के

घरों से बच्ची खुची मिलती थी इसी में खुस था ,छोटे बच्चों से लेकर बड़े

बुजुर्गो के मुंह लगा था दपु ,हर कोई उसका ख्याल रखता था ,मगर राज्य

सरकार या जिला  उसकी प्रतिभा के साथ कभी न्याय नहीं किया ,विभा श्रॉफ ने

दपु के साथ मूमल गाकर ख्याति और पैसा खूब कमाया मगर उसकी हिस्सा राशि दपु

को नहीं दी ,फिर भी दपु को कोई मलाल नहीं था ,साउथ में सरकारी बसों पर

राजस्थान की लोक संस्कृति के चित्रों में दपु खान का फोटो प्रमुखता से

दर्शाया गया था ,विगत दिनों दपु खान को अक्षय कुमार  के वीडियो में भी

प्रमुखता से दिखाया गया था ,बावजूद इसके दापु खान को न कभी प्रशासन ने

सहयोग किया न पर्यटन विभाग ने ,दो दिन पूर्व उसकी तबियत बिगड़ी तो उसे

जोधपुर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल कराया ,शनिवार को उसने

अंतिम सांस ली ,भाडली गांव का निवासी दपु खान महीने में बीस दिन किले की

गलियों में लोक गीत गाकर गुजरता था ,दस दिन में बक्शीश का पैसा इकट्ठा कर

गांव चला जाता ,दस दिन गांव रहता फिर जैसलमेर आ जाता ,उसकी पसंदीदा बैठने

की जगह कोटड़ी पांडे स्थित रानी महल और कंवर पदा थी जिसके बाहर बैठक

कमायचे की मधुर धुनों के साथ स्वर लहरियां  बिखेरता ,जीते जी दपु खान के

हाल सिवाय कोटड़ी पाड़े के निवासियों के किसी ने नहीं जाने ,अब उसकी मौत

पर प्रधानमंत्री से लेकर आम खास सोसल मिडिया पर  श्रद्धांजलियां दे

रहेदपु खान ताउम्र फटेहाल रहा ,एक कत्थई रंग का कट्टा फटता कमीज और धोती

उसका स्थाई परिधान था ,बहरहाल दपु खान के असामयिक निधन के बा किले से

कमायचे के साथ गूंजती दपु की स्वर लहरियाँ खामोश हो गयी सदा के लिए ,


रविवार, 22 नवंबर 2020

जैसलमेर, नगर परिषद द्वारा शहर में चलाया गया विशेष कोरोना जागरूकता अभियान

जैसलमेर, नगर परिषद द्वारा शहर में चलाया गया विशेष कोरोना जागरूकता अभियान

तीस हजार वसूले बिना मास्क वालों से जुर्माने में 

अनमोल जीवन के लिए कोरोना के बचावों को अवश्य ही अपनाएं;फ़तेह सिंह 



जैसलमेर,  जिले में चल रहे कोरोना बचाव विशेष जागरूकता अभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत  नगर परिषद जैसलमेर टीम द्वारा आयुक्त नगर परिषद फतेहसिंह मीणा के नेतृत्व में  विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें गांधी काॅलोनी क्षेत्र में नागरिकों को कोरोना बचाव के उपायों के बारें में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान नगर परिषद के पूर्व सभापति श्रीमती कविता कैलाश खत्री,समाज सेवी कैलाश खत्री  भी साथ में थी।इस दौरान बिना मास्क पहले लोगो से जुर्माने के तौर पर तीस हजार से अधिक राशि वसूली की गयी ,

अभियान के दौरान श्रीमती खत्री द्वारा वार्ड के नागरिकों को घर से बाहर निकलने से पहले अनिवार्य रूप से मास्क लगाने का आह्वान किया, वहीं बार-बार हैंडसेनेटाईज करने, सोशल डिस्टेंश की पालना करने, भीडभाड के इलाकों में नहीं जाने की भी सीख दी गई। उन्होंने यह भी संदेश दिया कि मानव जीवन अनमोल हैं, इसलिए कोरोना संक्रमण के बचाव के सभी उपायों को प्रत्येक नागरिक को अपनाना हैं, तभी हम कोरोना रोकथाम में सफल हो सके।

इस दौरान नगर परिषद के सहायक अभियंता पुरखराम, कनिष्ठ अभियंता सुशील कुमार यादव, पार्षद पारस गर्ग के साथ ही पूर्व पार्षद मगन सैन, गोल्डन सीएलएफ टीम के सदस्य भी शामिल रहे एवं उन्होंने भी लोगों को कोरोना बचाव के संबंध मे जागरूक रहने का संदेश दिया। इस दौरान कमठा कार्य में लगे श्रमिकों को मास्क वितरण किये गए।

आयुक्त नगर परिषद ने अभियान के दौरान वार्ड की महिलाओं को सीख दी कि वे घर में बुजुर्ग पुरूष एवं महिला के साथ ही छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें एवं उनकों घर से बाहर नहीं निकलने दे। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को भी विशेष सतर्कता बरतनें की भी सीख दी। इसके साथ ही वार्ड संख्या 13 से 15 व 23 से 25 में भी विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया।

मास्क नहीं पहननें वालों के काटे चालान, वसूला जुर्माना

विशेष अभियान के दौरान नगर परिषद की टीम द्वारा हनुमान चैराहा, गड़ीसर चैराहा, नीरज बस स्टेण्ड पर मास्क नहीं पहननें वाले एवं सोशल डिस्टेंश की पालना नहीं करने वाले लोगों के चालान काटकर उनसे 30 हजार 300 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गई। इस दौरान नगर परिषद के अधिशाषी अभियंता मनोज बैरवा एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे एवं चालान कार्य किया। इस दौरान शहर में आने वाले पर्यटकों को भी आगाह किया कि वे बिना मास्क के शहर में विचरण नहीं करे, वहीं सोशल डिस्टेंश की पालना करें।




 


जैसलमेर कांग्रेस के थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर ने राजनीति शतरंज में किये मोहरे फिट, सांसद शेखावत और स्वामी जुटे भाजपा के पक्ष में

 जैसलमेर कांग्रेस के थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर ने राजनीति शतरंज में किये मोहरे फिट,

सांसद शेखावत और स्वामी जुटे भाजपा के पक्ष में ,स्वामी प्रतापपुरी का आरक्षण विरोधी बयान वायरल 

सात  पर कांग्रेस मजबूत,एक पर भाजपा मजबूत,एक कड़ी टक्कर में 

चंदन सिंह भाटी 



जैसलमेर सरहदी जेसलमेर जिले में सर्दी में राजनीतिक गर्मी का अहसास होने लगा है।।पंचायत चुनावों में कांग्रेस की और से पोकरण क्षेत्र में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ,थिंक टैंक अब्दुला फ़क़ीर जीत के लिए बिछाए राजनीति शतरंज के मोहरों को फिट कर चुके है कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने में जी तोड़ मेहनत कर रहे है जिला परिषद की आठ सीट में से राजमथाई पर भाजपा अपनी पकड़ मजबूत बनाये हुए है वही सांकड़ा में पहली बार कांग्रेस आरामदायक स्थति में है।।जिला प्रमुख पद के प्रमुख दावेदार अब्दुल्ला फकीर ने कमान संभाल रखी है।।भणियाणा और सांकड़ा पंचायत समिति के चुनाव भी साथ है।।कांग्रेस नेताओं ने नए परिसीमन को इसी हिसाब से किया कि कांग्रेस बढ़त ले।।केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और अब्दुल्लाह फकीर पोकरण में कांग्रेस को बढ़त दिलाने में लगे है वही भाजपा की और से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत  और स्वामी प्रतापपुरी पर निर्भर है।।स्वामी प्रताप पूरी की पोकरण की बजाय जेसलमेर विधानसभा में ज्यादा रुचि लगती है।इसके बावजूद प्रतापपुरी भाजपा को बढ़त दिलाने में जुटे है।क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने नाचना ,नोख  155 डी में भाजपा के समर्थन में जन सभाएं की हैं ,वही फील स्थिति में कांग्रेस सात सीटों पर अच्छी स्थति में है तो राजमथाई में भाजपा मजबूत लग रही है,वही एक अन्य पर कड़ी टक्कर की स्थति हैं ,

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ली मीटिंगें 

पोकरण क्षेत्र से सांसद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पंचायत राज चुनावों के मध्य  नजर नाचना क्षेत्र में अहम् बैठके भाजपा प्रत्यासी के पक्ष में की ,भाजपा पूरी ताकत लगा रही हैं मगर जातीय समीकरण भाजपा का साथ नहीं दे रहे ,गजेंद्र सिंह के चुनावी दौरे का क्या प्रभाव पड़ेगा यह चुनाव के परिणाम ही बता पाएंगे ,भाजपा कांग्रेस की टक्कर में आने को प्रयासरत हैं.शेखावत ने नाचना ,नोख और 155 आर डी  पर भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं की 

पूर्व विधायक का भतीज कांग्रेस उम्मीदवार 

पोकरण से भाजपा नेता और  पूर्व विधायक शैतान सिंह का भतीज सांकड़ा पंचायत समिति से कांग्रेस टिकट पर ब्लॉक का चुनाव लड़ रहे हैं ,कांग्रेस के लिए यह राहत की बात हे की सांकड़ा में उसे पहली बार बढ़त मिलने  सम्भावना हैं ,स्वामी प्रतापपुरी के  पोकरण आने से शैतान सिंह की राजनीती पर विराम लग गया  था ,अब शैतान सिंह के परिवार से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने से भाजपा के समीकरण बदल गए ,

आरक्षण ख़त्म करने वाले बयान पर उलझे स्वामी जी 

केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370  हटाने के बाद स्वामी प्रतापपुरी ने बयान जारी किया था की देश में बढ़ती आबादी को देखते हुए आरक्षण खत्म करने की आवश्यकता हैं ,स्वामी प्रतापपुरी के बयान वाली खबर अब सोसल मिडिया पर फिर जोरदार वायरल हुई ,खासकर अनुसूचित जाती जनजाति वर्ग में इस खबर और स्वामी प्रतपपुरी के ब्यान पर चर्चा हो रही हैं ,आरक्षण विरोधी बयान स्वामी प्रतापपुरी ने कोई दो साल पहले दिया था मगर अब चुनावों में इसे भुनाया जा रहा हैं ,





शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020

जैसलमेर हाकिम के प्रयासों पर चढ़ा रंग ,आई सी यु वार्ड हुआ सुचारु

 जैसलमेर हाकिम के प्रयासों पर चढ़ा रंग ,आई सी यु वार्ड हुआ सुचारु 


जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के राजकीय जवाहर अस्पताल में वर्षों से अव्यवस्थाओं का आलम रहा ,दर्जनों प्रशासनिक अधिकारीयों ,जन प्रतिनिधियों और मंत्रियों ने अस्पताल के दौरे कर चिकित्सा व्यवस्थाएं सुधारने की सीख देते रहे मगर अस्पताल के  दीठ प्रशासकों ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया ,ज्यादा हो गया तो स्टाफ नहीं का रोना रोकर सामने वाले को चुप करा लेते , तत्कालीन जिला कलेक्टर नामित मेहता ने भी आई सी यु इकाई शुरू करवाई थी मगर स्टाफ  कमी बताकर  कर ,दिया इस बार नए हाकिम आशीष मोदी ने समस्या के समाधान का सूत्र जानकार राज्य  सरकार से चिकित्सक ,पैरामेडिकल और जी एन एम् के पदों की स्वीकृतियां मांग ली ,राज्य सरकार ने स्वास्थ्य निदेशालय में ए पी ओ होकर बैठे पंद्रह विषेशज्ञ चिकित्सों को जैसलमेर पोस्टिंग देकर  राहत  प्रदान की ,चूँकि इस चिकित्सको को जिला कलेक्टर को सुपुर्द किया गया तो जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने दूरदर्शी सोच के साथ नए विशेषज्ञ चिकितसकों को राजकीय अस्पताल में रिक्त पड़े पदों पर लगा  दिया ,व्ही पैरा मेडिकल और जी एन एम् भर्ती भी कर तत्काल कार्यादेश जारी कर सबसे पहले बंद पड़ी गहन चिकित्सा इकाई  आई सी यु में आवश्यकतानुसार चिकित्सक ,पैरामेडिकल ,और जी एन एम् को लगाकर इकाई को पूर्ण व्यवस्थित करवाया ,चूँकि आई सी यु के लिए आवश्यक उपकरण धूल फांक रहे थे ,ऐसे में इनका अब सदुपयोग कर आई सी यु शुरू करवा दी ,जिला कलेक्टर के इन प्रयासों से जैसलमेर की जनता को बड़ी राहत मिली ,क्यूंकि अस्पताल के चिकित्सक छोटी मोटी  बीमारी में भी उपचार करने की बजाय मरीज को जोधपुर रेफर करने का रूटीन बना चुके थे ,रेफर मरीजों  अधिकांश ऐसे होते थे जिन्हे  स्थानीय स्तर पर पर्याप्त उपचार मिलता तो ठीक हो सकते मगर जवाहर चिकित्सालय रेफर करना परम्परा बन , अब आई सी यु आरम्भ होने पर हार्ट ,संक्रमण ,सहित कई मरीजों  को चिकित्सा सुविधा मिल जाएगी ,जैसलमेर और सरहद तक के मरीजों को राहत मिली ,जिला कलेक्टर आशीष मोदी के  की  हैं ,

foto icuward ,ashish modi

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शनिवार, 12 सितंबर 2020

जैसलमेर जिला कलेक्टर की अनूठी और प्रेरक पहल पिता के जन्मदिन पर इंदिरा रसोई में दीन दयालों को दो वक़्त का भोजन कराया

जैसलमेर जिला कलेक्टर की अनूठी और प्रेरक पहल

पिता के जन्मदिन पर इंदिरा रसोई में दीन दयालों को दो वक़्त का भोजन कराया




*जेसलमेर  जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने अनूठी और प्रेरक पहल करते हुए जैसलमेर में नगर परिषद द्वारा तीन स्थानों पर संचालित इंदिरा रसोई योजना में अपने पिता जी के जन्मदिन  वक़्त के भोजन के माकूल व्यवस्था की ,जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने सपत्नीक हनुमान सर्किल पर संचालित इंदिरा रसोई योजना पहुंच जरुरतमंदो को अपने हाथों से भोजन करवा कर नेक कार्य की शुरुआत की ,आशीष मोदी के पिताश्री का आज जन्मदिन है।।मोदी द्वारा पिता जी के जन्मदिन पर तीनों स्थानों हनुमान सर्किल ,रेलवे स्टेशन ,और गफ्फूर भट्टा पर जरूरतमंदों के भोजन (लंच) और शाम के भोजन डिनर की व्यवस्था खुद जिला कलेक्टर द्वारा की गई है। आज लंच मीनू में दाल चावल,आलू सब्जी,अचार,रोटी और हलवा का खास परोसा गया ,जिला कलेक्टर ने दो वक के खाने का प्रबंध किया हैं ,चूँकि इंदिरा रसोई योजना जरुरतमंदो को आठ रूपये में भोजन उपलब्ध करवाता हैं ,आज  खाने का खर्च जिला कलेलकर ने वहन किया मोदी ने अच्छी शुरुआत कर अपने पिता के जन्मदिन को यादगार बनाते हुए इंदिरा रसोई में ही सबके खाने की व्यवस्था कर दी ,मोदी ने सपत्नीक  रसोई में जरुरतमंदो को अपने  खाना परोस  कर जजमानी का दायित्व निभाया , पर यु आई  टी सचिव अनुराग भार्गव ,आयुक्त फतेह सिंह मीणा ,आर ओ श्रीमती तनूजा सोलंकी उपस्थित रहे ,

दुसरो को भी आगे आना चाहिए मोदी

मेरे पिताजी का जन्मदिन हैं आज ,इसके लिए नेक कार्य की शुरुआत इंदिरा रसोई से करी ,  उपलक्ष में  खाने वालो को भोजन करवाया गया , योजना में अन्य लोग भी अपने प्रियजनों के जन्मदिन या अन्य अवसर पर इंदिरा रसोई में खाने की व्यवस्था कर सकते हैं ,लोगों को आगे आना चाहिए ,आशीष मोदी जिला कलेक्टर




बुधवार, 12 अगस्त 2020

जैसलमेर, कच्ची बस्तियों में अब विद्युत कनेक्शन होंगे जारी* कलाकार कॉलोनी में विद्युत वोल्टेज सुधार के लिए ट्रांसफार्मर लगेगा*

जैसलमेर, कच्ची बस्तियों में अब विद्युत कनेक्शन होंगे जारी*
कलाकार कॉलोनी में विद्युत वोल्टेज सुधार के लिए ट्रांसफार्मर लगेगा*

जैसलमेर लम्बे समय से कच्ची बस्तियों में विद्युत कनेक्शन पर लगी रोक हटा
ली गई है अब कच्ची बस्तियों में विद्युत कनेक्शन जारी होंगे। जोधपुर
विद्युत वितरण निगम बाडमेर वृत के मुख्य अभियंता प्रेमजीत धोबी ने बिशेष
मुलाकात में उक्त जानकारी दी।।
मुख्य अभियंता दो दिवसीय जैसलमेर दौरे पे थे।इस दौरान जेसलमेर में अपना
कैम्प कर रखा था।वार्ड 11 के पार्षद देवी सिंह चौहान विद्युत समस्याओं और
कच्ची बस्ती में पिछले कई सालों से विद्युत कनेक्शन पर लगी रोक हटाने की
मांग रखी थी।जिस पर मुख्य अभियन्ता ने बताया कि प्रभारी मंत्री के आदेश
के बाद यह रोक हटा ली है। कच्ची बस्ती में विद्युत कनेक्शन नियमानुसार
किये जायेंगे।अब इसके लिए नगर परिषद से अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता
नही होगी।।सक्षम दस्तावेजों के साथ कच्ची बस्ती में विद्युत कनेक्शन दिए
जाएंगे।।शहरी क्षेत्र में विद्युत वोल्टेज की बढ़ती समस्या पर उन्होंने
कलाकार कॉलोनी ने सिंगल फेज की जगह थ्री फेज लाइन लगाने और अतिरिक्त
ट्रांसफार्मर लगाने की स्वीकृति भी हाथों हाथ प्रदान की।।

मुख्य अभियंता ने बताया कि उपभोक्ताओं का समस्त डेटा ऑनलाइन कर दिया
है।कोई भी उपभोक्ता अपना विद्युत खर्च का हिसाब किताब लेना चाहें तो 2008
से अब तक का सारा डेटा उपलब्ध होगा।।उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की है
कि विद्युत बिल समय पर भुगतान करे।विद्युत बिल में कोई समस्या है तो
कार्यालय में उसे दुरुस्त कराए ।।कोई समस्या आती है तो उनसे सीधे संपर्क
कर सकते है उपभोक्ता।।इस दौरान उन्होंने कई उपभोक्ताओं की समस्याओं को
सुना और उसे दुरुस्त किया।।

\ उन्होंने बताया कि डिस्कोम उपभोक्ताओं के हर तरह से सहयोग
करेगा।।उन्होंने जेसलमेर के अभियंताओं की टीम वर्क की तारीफ करते हुए कहा
कि उनके प्रयासों से शत प्रतिशत राजस्व वसुली की गई।

जैसलमेर ,पुलिस थाना कोतवाली द्वारा वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश चोरी की स्कोर्पियो बरामद, 02 चोर गिरफ्तार

जिला पुलिस की वाहन चोरों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही
    जैसलमेर ,पुलिस थाना कोतवाली द्वारा वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश
चोरी की स्कोर्पियो बरामद, 02 चोर गिरफ्तार
      

          जैसलमेर में पिछले लंबे समय से लगातार हो रही चारपहिया व दुपहिया वाहन चोरी की घटनाआें के मध्यनजर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ अजयसिह के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश बैरवा व वृताधिकारी जैसलमेर श्यामसुन्दर सिह के निर्देशन में थानाधिकारी कोतवाली बलवंतराम के निकटतम सुपरविजन में उनि भंवरलाल के नेृतत्व में हैड कानि आसूराम,हिम्मताराम व कानि.कौशलाराम,भीमराव,कैलाश, विक्रमसिह एवं तकनीकी सहायता हेतु जिला साईबर सेल से हैड कानि मुकेश बीरा व कानि भीमरावसिंह की टीम गठन की गई तथा पोकरण शहर से हुई बोलेरो केम्पर चोरी की घटना को देखते हुए थानाधिकारी पोकरण सुरेंद्र कुमार के निर्देशन में आेमप्रकाश मुआ॰ के नेतृत्व में कानि॰ सुभाषचंद्र व आेमप्रकाश की टीम गठित की गई।
कार्यवाही पुलिस
          पुलिस टीमों द्वारा लगातार प्रयास करते हुए बाडमेर व जालोर जिले में चौपहिया व दुपहिया वाहन चोरो के बारे जानकारी प्राप्त कर चोहटन व रामसर क्षैत्र में वाहन चोरो व चोरी हुए वाहनों के संबंध में पता किया गया तो एक वाहन चोर गेंग द्वारा जैसलमेर से स्कॉर्पियों गाडी व दुपहिया वाहन चुराकर ले जाना व पोकरण बोलेरो केम्पर चुराकर ले जाना ज्ञात हुआ । भंवरलाल उनि॰ के नेतृत्व में गठित टीम व थाना पोकरण की टीम द्वारा साईबर सैल से लगातार सहयोग लेते हुए गैंग के सदस्य जोगाराम पुत्र मोतीराम जाट निवासी शोभाला जेतमाल पुलिस थाना बिंजराड व वाय खान पुत्र हरखा खान मुसलमान निवासी चाहडार पुलिस थाना रामसर जिला बाडमेर को दस्तयाब  कर जैसलमेर शहर में इंद्रा कॉलोनी से चोरी हुई स्कॉर्पियो वाहन व स्कॉर्पियों को चुराने मे प्रयुक्त वाहन बोलेरो केम्पर को जब्त करने में सफतला मिली है। गेंग के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने तथा जैसलमेर शहर व पोकरण से चोरी किये गये दुपहिया व चौपहिया वाहनों की तलाश जारी है।
            टीम द्वारा पूर्व में भी दुपहिया वाहन चोरी का पर्दाफाश कर 14 चोरी की मोटर साईकिल बरामद किया गया।
    





सोमवार, 10 अगस्त 2020

जैसलमेर ग्रामदानी योजना के गाँवों का मूल उद्देश्य खत्म ,गोचर पर अतिक्रमण बढ़े

जैसलमेर ग्रामदानी योजना के गाँवों का मूल उद्देश्य खत्म ,गोचर पर अतिक्रमण बढ़े  


पहले :--सबै भूमि गोपाल की, नहीं किसी की मालिकी अब ;---सबै भूमि अध्यक्ष की, नहीं किसी की मालिकी

जैसलमेर केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में भले ही धारा 370 व 35 ए हटा दी है, लेकिन राजस्थान के 196 गांव आज भी ऐसे हैं, जहां बाहरी व्यक्ति को जमीन खरीदने की अनुमति नहीं है। इनमे से 17  ग्राम  पंचायतें जैसलमेर जिले की हैं ,इन पंचायतों में  राजस्व से जुड़े मामलों में सरकार के राजस्व विभाग की भी कोई ‘पंचायती’ नहीं चलती है, बल्कि ग्रामीणों द्वारा निर्वाचित ग्राम सभा ही जमीन खरीद-फरोख्त से लेकर जमीन के नामांतरण, नक्शा जारी करने, गिरदावरी नकल देने जैसे सभी काम देखती है। ग्राम सभा में एक अध्यक्ष व एक सचिव का तथा कुछ सदस्य होते हैं, जो राजस्व रिकॉर्ड संधारण का काम देखते हैं।पचास साल पुराने भूमि सुधार आंदोलन की गति अब थम गयी ,भूमि सुधार  बजाय भूमियो पर गांवों में प्रभावशाली लोगो  के कब्जे हो  , भूमिहीन को भूमि नहीं मिलती ,इस कानून में सुधार  की आवश्यकता महसूस की जा रही हैं ,या कानून में सुधार हो या इसे राजस्व विभाग के अधीन किया जाए

जैसलमेर जिले में है ये ग्रामदानी गांव

जैसलमेर जिले में सत्रह गांव ग्रामदानी योजना से जुड़े हैं ,ग्रामदानी गांव लाणेला, कबीरबस्ती, देवा, सांवला, काठोडी, झाबरा, मजरा ,भैरवा, भागू का गांव, जसुराना, चैधरिया, रिदवा, आकल, थईयात, हेमा, देउंगा, भादासार, डेलासर व भैरवा है।इन गाँवो में पटवारी नहीं होता,सभी सत्रह ग्रामदानी गांवों का एक पटवारी होता हैं,गांव के राजस्व का कार्य अध्यक्ष ,सचिव ही देखते हैं ,प्रशासन और राजस्व विभाग  की कोई दखल अंदाज़ी नहीं होती,इसलिए ग्रामदानी गांवों का विकास ठप्प हैं ,


ग्रामदानी गांव का जन्म कैसे हुआ

संत विनोबा भावे द्वारा सन् 1951 में भूदान आंदोलन आरम्भ किया गया, जो स्वैच्छिक भूमि सुधार आंदोलन था। आंदोलन के दौरान 24 मई, 1952 को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मंगरोठ गांव के लोगों ने विनोबा के पास आकर पूरे गांव की जमीन ही दान कर दी। इस तरह ग्रामदान के विचार का जन्म हुआ। 1969 तक देशभर में लगभग सवा लाख ग्रामदानी गांव बन चुके थे। राजस्थान में 1971 में राजस्थान ग्रामदान अधिनियम-1971 पारित किया गया।

ग्रामदानी योजना का मूल उद्देश्य ही खत्म ,अतिक्रमण कब्जे बढ़े 

ग्रामदानी व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य यह है कि गांव के लोग अपनी व्यवस्था को स्वयं संभालें एवं जो भी भूमि है उसको सबसे पहले गरीब को देते हुए अन्य को प्रदान करें एवं सब मिलजुलकर गांव का विकास करें। ग्रामीणों को जमीन के नामांतरण व हस्तारण के लिए न तो कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते हैं और न ही रजिस्ट्री का पैसा देना पड़ता है। गांव में भूमि सम्बन्धी विवाद नहीं होने से लड़ाई-झगड़े नहीं होते। राजस्व गांवों में वर्तमान में सबसे ज्यादा विवाद जमीनों से जुड़े हैं।जैसलमेर जिले के कुछ गांवों का रिकॉर्ड राजस्व विभाग जयपुर द्वारा सीज किया हुआ हैं ,ग्रामदानी गाँवो में अध्यक्षों और प्रभावी लोगों की मनमानी चलती हैं ,भूमिहीन और गरीब व्यक्ति को जमीनें आवंटन की बजाय अध्यक्ष के परिवार और प्रभावशाली लोगो के बीच जमीनों की बंदरबांट हो रही हैं ,इन पर जिला प्रशासन और  राजस्व विभाग का कोई हस्क्षेप नहीं होने के चलते अध्यक्षों और प्रभावी लोगो द्वारा ही अंतिम फैसले किये जाते हैं ,सूत्रों की माने तो ग्रामदानी गांव काठोडी में एक ही व्यक्ति बीस साल से अध्यक्ष हैं ,इनके परिवार के पास पांच सौ बीघा से  ज्यादा जमीन हैं ,जबकि गांव में कई भूमिहीन आज भी हैं जिन्हे जमीन आवंटन की आवश्यकता हैं ,यहाँ तक की ग्रामदानी गांवों की गोचर और ओरण की जमीनों पर निरंतर अतिक्रमण हो रहे हैं ,कोई रोकने वाला नहीं हैं ,ग्रामीणों ने बताया की कम से कम गोचर की जमीन पर कब्जे न हो यह प्रशासन को देखना चाहिए ,ग्रामीणों ने जमीनों की टी पी की रकम भी कई गुना अधिक वसूल करने का आरोप लगाया , 

ग्रामदानी गांवों के नुकसान

ग्रामदानी गाँवो में बाहरी व्यक्ति चाहकर भी ग्रामदानी गांव में जमीन नहीं खरीद सकते।अब जबकि जमीने कम खेती के लिए भी कम पड़ रही हैं ,ऐसे में राज्य सरकार को साठ साल से अधिक पुराने नियमों में बदलाव करने चाहिए या ग्रामदानी गाँवो को राजस्व विभाग के अधीन कर  देना चाहिए ,ग्रामदानी योजना का मूल उद्देश्य वैसे भी खत्म हो गया हैं ,ग्रामदानी गांवों में जमीनों के विवादों का निपटारा नहीं होने से सैकड़ों प्रकरण बकाया पड़े हैं, और तो और भरष्टाचार और अनियमितताओं के चलते देवा सहित कुछ गाँवो का रेकर्ड राजस्व विभाग जयपुर द्वारा जब्त कर रखा हैं ,आपसी विवादों का निपटारा भी इन गांवों में नहीं हो पाता क्यूंकि ग्रामदानी गांव का अध्यक्ष ही सर्वे सर्व होता हैं ,उनकी मर्जी से फैसले होते हे न्याय नहीं।

  ग्रामदानी गांव का जन्म कैसे हुआ

ग्राम स्वराज एवं ग्रामदानी गांवों की परिकल्पना संत विनोबा भावे की थी।

संत विनोबा भावे द्वारा सन् 1951 में भूदान आंदोलन आरम्भ किया गया, जो स्वैच्छिक भूमि सुधार आंदोलन था। आंदोलन के दौरान संत विनोबा पदयात्रा रहे थे, 24 मई, 1952 को एक अनोखी घटना हुई। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मंगरोठ गांव के लोगों ने विनोबा के पास आकर पूरे गांव की जमीन ही दान कर दी। इस तरह ग्रामदान के विचार का जन्म हुआ। यह घटना गांधीजी के ट्रस्टीशिप के विचार को चरितार्थ कर देने जैसी थी। मंगरोठ गांव के लोगों ने कहा कि हमारा गांव अब एक परिवार बन गया है, इसलिए पूरे गांव का लगान ग्रामसभा एक साथ जमा कर देगी। 1969 तक देशभर में लगभग सवा लाख ग्रामदानी गांव बन चुके थे।

इस आंदोलन का नारा था

‘सबै भूमि गोपाल की, नहीं किसी की मालिकी’, उस समय के दुनिया के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में से एक अमेरिकी पत्रकार लुई फिशर ने कहा था- ‘ग्रामदान पूरब की ओर से आने वाला सबसे अधिक रचनात्मक विचार है।’

foto lanela ka ran ,gramdani ganv
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जैसलमेर ,गहलोत कैंप में वसुंधरा राजे की तारीफों के कसीदें पढ़े गए


जैसलमेर ,विधायकों को एकता का मूल मंत्र फूंक ,गहलोत ने जयपुर की उड़ान भरी ,गहलोत कैंप में वसुंधरा राजे की तारीफों के कसीदें पढ़े गए 




जैसलमेर पल पल सियासी रंग बदलते नजर आये जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में ,रविवार को कांग्रेस के दिग्गजों का सूर्यगढ़ में जमावड़ा रहा ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,प्रभारी अविनाश पांडे ,सह सचिव विवेक बंसल ,रणदीप सिंह सुरजेवाला ,प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा रविवार को दिन रत विधायकों को एकता का पाठ पढ़ाते नजर आये ,भाजपा की  कांग्रेस कोई जोखिम उठाना नहीं चाहती ,कांग्रेस के नेता भले लाख दावे बहुमत होने के कर ले मगर राजनितिक विश्लेष अच्छे से जानते हे की अशोक गहलोत सरकार के पास पर्याप्त बहुमत नहीं हैं ,रविवार रात विधायक दल की बैठक में भी कुछ गहलोत समर्थक विधायकों ने सचिन पायलट और उनके बागी साथी विधायकों पर सीधी कार्यवाही की मांग भी उठाई ,अशोक गहलोत ने विधायकों की हौसला अफ़ज़ाई की कि जीत हमारी हो चुकी हैं ,आप एक रहो।बैठक के बाद भी भोजन पर चौदह अगस्त की रणनीति पर चर्चा चलती रही ,अशोक गहलोत ने दिल्ली के नेताओं के साथ लम्बी गुफ्त गु की ,

वसुंधरा राजे छाए रही गहलोत कैंप में 

पिछले तीन दिनों के गहलोत कैम्प की गतिविधियों पर नजर डाले तो पहले शाले मोहम्मद , रणदीप सिंह सुरजेवाला ,फिर शांति धारीवाल , फिर रघुवीर मीणा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तारीफों के कसीदे जिस तरह से पढ़े उससे गहलोत वसुंधरा गठजोड़ पर सियासी हलकों में यकीं होने  लगा हैं,इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कई मर्तबा वसुंधरा राजे की तारीफ कर चुके हैं ,कांग्रेस का यह अभियान यकीनन वसुंधरा राजे पर दबाव बढ़ाएगा ,विपक्षी खेमे से वसुंधरा राजे की तारीफें भाजपा के जयपुर और दिल्ली बैठे बैठे नेताओं को रास नहीं आया ,भाजपा द्वारा जयपुर में होटल क्राउन प्लाज़ा में ग्यारह अगस्त को विधायकों का प्रशिक्षण शिविर रखा हे जिसमे वसुंधरा राजे ने जाने की हामी प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया को भरी हैं,

गहलोत जयपुर हुए रवाना 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करीब साढ़े दस बजे जैसलमेर हवाई अड्डे से गोविन्द सिंह डोटासरा ,शांति धारीवाल ,महेंद्र चौधरी ,और संयम लोढ़ा के साथ जयपुर राजकीय विमान से रवाना हो गए ,

कृष्णा पुनिया सहित कई विधायक तनोट में 

सरहद पर स्थित चमत्कारी माता तनोट मंदिर के दर्शन करने विधायकों को एक साथ ले जाने का कार्यक्रम रद्द होने के बाद सभी विधायक अलग अलग ग्रुप्स में माता तनोट के दर्शन करने पहुंच रहे ,सोमवार को कृष्णा पुनिया ,रीटा चौधरी , टीकाराम जुली ,हाकम खान ने पूर्व प्रधान अमरदीन फ़क़ीर के साथ माता तनोट के दर्शन क्र राज्य की खुशहाली की कामना की

सचिन राहुल की मीटिंग 

विधायक दल बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राहुल गाँधी और सचिन पायलट के बीच आज महत्वपूर्ण बैठक की जानकारी थी ,जिसके चलते ही विधायकों से सचिन पायलट पर कार्यवाही की मांग मीटिंग में रखवाई ,सचिन पायलट आज अपने समर्थित विधायकों के साथ राहुल गाँधी से मुलाकात करेंगे ,

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रविवार, 9 अगस्त 2020

जैसलमेर विधायक दल की बैठक में पायलट गुट खिलाफ कार्यवाही की मांग उठी

जैसलमेर विधायक दल की बैठक में पायलट गुट खिलाफ कार्यवाही की मांग उठी


जैसलमेर : सियासी जंग की राजधानी बने जैसलमेर के सूर्यागढ़ होटल गहलोत की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक रविवार शाम साढ़े सात बजे आरम्भ हुई ,बैठक में राष्ट्रिय नेताओ रणदीप सुरजेवाला ,अविनाश पांडे ,विवेक बंसल ,सहित मंत्रियों और विधायकों ने शिरकत की ,बैठक में उपजे हालातो में विधायकों द्वारा धैर्य रखने पर मुख्यमंत्री द्वारा आभार व्यक्त किया ,कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उठी सचिन पायलट और बागियों पर कार्रवाई की मांग, विधायकों ने एक सुर में की पायलट पर कार्रवाई की मांग, हाईकमान से की पायलट के खिलाफ कार्रवाई की मांग,होटल सूर्यागढ़ में कांग्रेस और समर्थित विधायकों की बैठक चल रही हैं अभी

जैसलमेर ,महिला कानि द्वारा "कोरोना बीमारी सू है जितणो" की सी.डी.का मुख्यमंत्री द्वारा विमोचन

  जैसलमेर ,महिला कानि द्वारा "कोरोना बीमारी सू है जितणो" की सी.डी.का  मुख्यमंत्री द्वारा विमोचन

महानिरीक्षक जोधपुर रेंज, जोधपुर, जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर रहे उपस्थित 

                  जैसलमेर       विश्व में फैली कोरोना महामारी को देखते हुए राज. पुलिस जैसलमेर में कार्यरत महिला कानि. सुनिता और सहयोगी कलाकार रजनीकांत शर्मा ने कोरोना जनजागरूकता  "कोरोना बिमारी सू है जीतणों" विडियों सीडी का निर्माण  किया और गीत के बोल डॉ. बी. डी. तातेङ ने दिये।  आज  दिनांक 09-08-2020 को बोर्डर होमगार्ड परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा  कोरोना जागरूकता वीडियो का विमोचन किया गया।
          इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर रेज श्री नवज्योति गोगोई, पुलिस अधीक्षक डाॅ. अजय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार बैरवा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री जी द्वारा जिला पुलिस द्वारा गीत के माध्यम से कोरोना जागरूकता के प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने गीत रचना के लिए कांस्टेबल सुनीता चौधरी व साथी गायक रमाकांत शर्मा को बधाई दी।
 

जैसलमेर,टाइगर द्वारा पुलिस लाइन में हरित क्रांति का आगाज़ ,५०० पौधे रोप

जैसलमेर,टाइगर द्वारा पुलिस लाइन में हरित क्रांति का आगाज़ ,५०० पौधे रोप 


पुलिस अधीक्षक जैसलमेर द्वारा पुलिस लाईन में किया गया पौधारोपण,पेड़-पौधों के महत्व को बताते हुए सभी को पौधारोपण करने की कही बात

पुलिस लाईन में जवानों द्वारा 500 पौधे लगाए,जिले के समस्त थानों में भी किया गया पौधारोपण

जैसलमेर  जिले में बारिश के मौसम को देखते हुए पुलिस लाईन जैसलमेर को हराभरा रखने के लिए एवं पर्यावरण के महत्व को बताते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर डॉ.अजयसिह द्वारा आज दिनांक 08-08-2020 को पुलिस लाईन जैसलमेर में पौधारोपण किया गया। इसके साथ-साथ जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला मुख्यालय एवं जिले के विभिन्न थानों में पदस्थापित पुलिस बल को अपने-अपने कार्यलयों एवं थानो में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के निर्देश दिए गए। पुलिस लाईन में पौधारोपण के दौरान आर.आई. पुलिस लाईन जैसलमेर अरुण कुमार व हवलदार मेजर डॉ जालमसिंह एवं पुलिस के जवान उपस्थित रहे तथा पुलिस अधीक्षक के साथ पुलिस लाईन में पदस्थापित पुलिस कर्मियों द्वारा 500 पौधे लगाए गए। पुलिस अधीक्षक द्वारा आर आई पुलिस लाईन को समस्त पौघों की देखरेख रखने एवं समय पर आवश्यक जलापूर्ति करने के निर्देश दिए।


जिले के समस्त थानों में भी किया गया पौधारोपण

     मौसम को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के निर्देशानुसार थानों एवं कार्यालयो को हराभरा रखने हेतु समस्त थानों पर पदस्थापित पोलिस के जवानों द्वारा भी पौधारोपण किया गया।---------------------------------------------


जैसलमेर ,गाज़ी फ़क़ीर की चौखट पर पहुंचे सुरजेवाला ,राजनीती और रणनीति का नया केंद्र बना भागू का गांव

जैसलमेर ,गाज़ी फ़क़ीर की चौखट पर पहुंचे सुरजेवाला ,राजनीती और रणनीति का नया केंद्र बना भागू का गांव

जैसलमेर विधानसभा सत्र की तारीखे नजदीक आते आते जैसलमेर भाजपा कांग्रेस की राजनीती का अखाड़ा बन गया,कांग्रेस ने गत दस दिनों से विधायकों और मंत्रियों के साथ सूर्यागढ़ और गोरबंद होटलों में डेरा डाल रखा हैं ,इन दस दिनों में कांग्रेस के दर्जनों राष्ट्रिय नेता जैसलमेर में डेरा जमाये बैठे हैं ,खुद मुख्यमंत्री पिछले पांच दिनों से तीसरी बार आने का कार्यक्रम बना रहे मगर आने में सफल नहीं हो रहे ,कांग्रेस की आलाकमान श्रीमती सोनिया गाँधी के पैगाम लेकर राष्ट्रिय नेता पहुंच रहे हे बिना मुखिया के रणनीति पर विचार विमर्श कर रहे ,कांग्रेस के राष्ट्रिय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी जैसलमेर में डटें हे,रविवार सुबह सुरजेवाला सरहद के सुल्तान मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर की चौखट भागू का गांव पहुँच गए ,सुरजेवाला ने गाज़ी फ़क़ीर से आशीर्वाद लिया,गाज़ी फ़क़ीर के केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और पूर्व जिला प्रमुख अब्दुलाह फ़क़ीर के साथ उनकी कई राजनितिक बातें हुई ,सुरजेवाला का गाज़ी फ़क़ीर के घर जाना सियासी गलियारें में चर्चा का विषय बन गया ,सुरजेवाला और गाज़ी फ़क़ीर के बीच क्या बात हुई यह तो सामने नहीं आया मगर श्रीमती सोनिआ गाँधी का पैगाम उन तक पहुंच गया,बाड़ेबंदी में चल रही अशोक गहलोत सरकार को बचाने की जुगत में गाज़ी फ़क़ीर क्या करिश्मा करेंगे यह वक़्त के गर्भ में हे मगर सुरजेवाला का उनके घर पहुंचना उनकी ताकतवर राजनितिक शक्शियत  को जरूर बयानं करता हैं ,करीब एक घंटे तक गाज़ी फ़क़ीर और उनके पुत्रों के साथ सुरजेवाला की गुफ्तगू चली ,उसके बाद भोजका गांव भी गए जंहा उनके कृषि फार्म पर लगी खजूर की फसल को देखा ,







जैसलमेर सूर्यगढ़ में नहीं तनोट में मिले राजेंद्र गुढ़ा अपनी पत्नी से

जैसलमेर   सूर्यगढ़ में नहीं तनोट में मिले राजेंद्र गुढ़ा अपनी पत्नी से


जैसलमेर कांग्रेस की सियासी जंग के रणक्षेत्र सूर्यगढ़ होटल में सुरक्षा व्यवस्था इतनी पुख्ता  बसपा विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा की धर्म पत्नी सूर्यगढ़ उनसे मिलने उनकी धर्म पत्नी पहुंची तो सुरक्षा कार्मिको ने उन्हें पति  नहीं दिया ,काफी देर के इंतज़ार के बाद वापस लौट गए ,शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ,राष्ट्रिय सचिव और राजस्थान के सह प्रभारी विवेक बंसल सहित राजेंद्र सिंह गुढ़ा सरहद पर स्थित माता तनोट मंदिर पहुंचे। गुढ़ा की धर्मपत्नी भी तनोट पहुंची अपने पतिदेव राजेंद्र सिंह से मिलने,कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ ख़ुफ़िया एजेंसिया हर विधायक की पल पल की गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रही हैं ,विधायकों को संचार और नेटवर्क की सुविधाओं से लगभग वंचित कर रखा हे ,पुलिस और कांग्रेस दावा कर रही हे की सूर्यगढ़ होटल में जैमर नहीं लगा हैं नेटवर्क की समस्या हैं ,अलबत्ता जैमर लगी पुलिस की गाड़ियां 24 घंटे सूर्यागढ़ होटल परिसर में ही खड़ी रहती हैं ,

इधर राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने ब्यान दिया की भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विधानसभा सत्र के दौरानं बेहतर विधायक उपस्थित कर दे वो राजनीती छोड़ देंगे , गुढ़ा ने कहा की  का अशोक गहलोत में अटूट विश्वास हैं जनता की अपेक्षाओं पर गहलोत खरे उतरे , विधायकों को नोटिस तामील के  बताया की हमने नोटस तमिल कर लिए हे,हम सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट की याचिका को ट्रांसफर करने का वाद दायर कर रहे हैं,भाजपा कुछ भी कर सकती हैं ,अशोक गहलोत 14 को बहुमत हासिल कर लेंगे।



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