शुक्रवार, 24 मार्च 2017

बाड़मेर तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान... -दीपदान का कार्यक्रम आयोजित -मंच से मुखर हुई चेतना की बात



बाड़मेर तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान...

-दीपदान का कार्यक्रम आयोजित

-मंच से मुखर हुई चेतना की बात

बाड़मेर

शुक्रवार की गोधुली वेला में स्थानीय जसदेर तालाब के पानी में रोशनी भरा मानो आसमान उतरता नजर आ रहा था मौका था, आसमाँ की तरह सैकड़ो टिमटिमाते सितारे तालाब के गहरे नीले पानी में झिलमिलाते नजर आये मौका था जन स्वास्थ्य अभियात्रिकी विभाग, केयर्न इंडिया और डब्लूएसएसओ के आईईसी अनुभाग द्वारा विश्व जल सरंक्षण सप्ताह के तीसरे दिन जल संरक्षण के लिए अनूठी पहल के रूप में दीपदान कार्यक्रम का।

स्थानीय जसदेर तालाब में शुक्रवार शाम बालिकाओं ने बालिका छात्रावास प्रमुख तारा चौधरी और प्रमिला सऊ साथ मिलकर जल संरक्षण के लिए दीपदान कार्यक्रम का आगाज किया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अशोकसिंह ने बताया कि भारत भर में दीपदान एक परंपरा है और इसे पीछे कई सारे अर्थ छीपे है हालांकि धार्मिक परंपरा के मुताबिक दीपदान हमें बूरे कर्मों से बचने का संदेश देता है। राज्यभर में सरकार द्वारा आम जनता में जलचेतना को लेकर कई कार्य कर रही है। उसी सदर्भ में इस दीपदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दीपदान के जरिए प्रकृति और परमात्मा को इस बात का विश्वास दिलाया कि हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करेंगे। इस मौेके पर सैकड़ो बच्चो को सम्बोधित करते हुए तारा चौधरी ने कहा कि किसी भी बदलाव के लिए हमें अपनी परम्पराओं का साथ निभाना होगा और दीपदान शरीखे पारम्परिक कार्यक्रम के जरिये जलचेतना की बात सही मायने आमजनता तक सीधे पहुंच करने वाली बात रहेगी।




भाषण प्रतियोगिता में निरमा अव्वल

बाड़मेर

राजकीय बालिका छात्रावास प्रभारी तारा चौधरी और प्रमिला सउ की अध्यक्षता में जल सुरक्षित जीवन सुरक्षित विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विश्व जल सरंक्षण सप्ताह के तीसरे दिन के आयोजनों में भाषण प्रतियोगिता में 22 बालिकाओं ने भाग लिया। स्थानीय बालिका छात्रावास में आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षाविद के डी चारण और अशोक सिंह ने निर्णायक की भूमिका अदा की। छात्राओ ने अपनी अभिव्यक्ति में जल के उपयोग व जलस्रोतों की संभाल पर प्रकाश डाला साथ ही जल को प्रकृति अमूल्य देन कहते हुए प्रकृति के साथ छेडछाड न करने को प्रेरित किया। भाषण प्रतियोगिता में निरमा चौधरी प्रथम, अनीता सियाग द्वितीय और प्रियदर्शनी राजपुरोहित तीसरे स्थान पर रही। आयोजन को संबोधित करते हुए प्रमिला सउ ने कहा कि विश्व जल संरक्षण सप्ताह के तहत जन स्वास्थ्य अभियात्रिकी विभाग, केयर्न इंडिया और डब्लूएसएसओ के जो आयोजन जिले भर में हो रहे है वह जनता में जल सरंक्षण की नई ऊर्जा देने वाले है। भाषण प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को 27 मार्च को आयोजित होने वाले समापन समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।

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