बुधवार, 28 सितंबर 2016

अजमेर अन्तर्राष्ट्रीय विश्व शान्ति दिवस पर विशेष कार्यक्रम घर पर करंे नियमित ध्यान-श्री हेड़ा



अजमेर अन्तर्राष्ट्रीय विश्व शान्ति दिवस पर विशेष कार्यक्रम
घर पर करंे नियमित ध्यान-श्री हेड़ा
चैन्नई की लक्ष्मी तथा फैजाबाद की कृतिका ने दी प्रस्तुति
मूक बघिर व दृष्टिहीन छात्रो ने मन्चित किया नाटक

 



अजमेर 27 सितम्बर। अन्तर्राष्ट्रीय विश्व शान्ति दिवस के अवसर पर हार्टफुलनेस संस्थान तथा हरि भाउ उपाध्याय नगर (विस्तार) विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को दाहरसेन स्मारक में आयोजित दिव्य संगीत, योग व ध्यान के कार्यक्रम में मूक बघिर व दृष्टिहीन दिव्यांग छात्रा नाटक का मंचन किया। कार्यक्रम में चैन्नई के लालाजी मैमोरियल औमेगा इन्टरनेशल की लक्ष्मी तथा फैजाबाद की आईआईटीएन कृतिका गुप्ता की प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा तथा विशिष्ट अतिथि नगर निगम के उप महापौर श्री संपत सांखला थे।
अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने कहा कि विश्व में शान्ति स्थापना के लिए हार्टफुलनेस जैसी संस्थाओं की बहुत आवश्यकता है। संस्था द्वारा विश्व शांति के लिए प्रार्थना तथा ध्यान का आयोजन अनूठा प्रयास है। वर्तमान समय में विश्व पटल पर जो हालात बने हुए हैं उसमे इस तरह के कार्यक्रमों की विशेष आवश्यकता है। समस्त नागरिकों द्वारा शांति के लिए ध्यान एवं प्रार्थना करने से वातावरण मे सकारात्मकता ऊर्जा का संचार होता है। ध्यान के दौरान मिलने वाली गहराई एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है। मन मस्तिष्क के स्वस्थ रहने से व्यक्ति समस्त बाधाओं से पार पा सकता है। ध्यान से मन स्थिर होता है। घर में बैठकर नियमित ध्यान करना चाहिए तथा निश्चित समय पर करने से इसका प्रभाव कई गुना होता है।
नगर निगम के उपमहापौर श्री सम्पत सांखला ने कहा कि हार्टफुलनेस संस्थान के द्वारा विश्व शान्ति के लिए किये जा रहे प्रयासों में सबकी सहभागिता आवश्यक है। इस दिन सबको विश्व शान्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। ध्यान के द्वारा सच्ची साधना करनी चाहिए। उन्होंने संस्थान के अध्यक्ष श्री कमलेश पटेल के जन्म दिवस के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि जन्म दिवस के दिन विश्व में शान्ति स्थापना के लिए कार्यक्रम करना एक उत्तम कार्य है। सामान्य तरीके से ध्यान करने से विचारो का प्रवाह बने रहने के कारण ध्यान बार बार भंग होता है। संस्था की पद्धति गाईडेड मेडिटेशन से पूरे समय ध्यान लगा रहता है। विचारो का प्रवाह जैसा ध्यान से पूर्व प्रशिक्षको द्वारा बताया गया कि उनके साथ वही व्यवहार किया जाना चाहिये जो घर में आये अवांछित व्यक्ति के साथ करते है से नियंत्रित रहा। रिलेक्सेशन के द्वारा शारीरिक एवं मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
फिलीपीन्स के मैरिन इन्जिनियर अविनाशजीत सिंह मैक ने कहा कि लगभग 350 वर्ष पूर्व गुरू ग्रन्थ साहिब की स्थापना की गई थी। इसमें शान्ति के तरीके बताये गये हैंै। शान्ति का भेद प्रकृति ने सहज ही प्रदान किया है। दिव्य संगीत प्रकृति में स्वतः प्रति क्षण महसूस किया जा सकता है। ईश्वर शान्तिदायक है। शान्ति का आरम्भ स्वयं से करना चाहिए।
विश्व शान्ति के लिए हार्टफुलनेस द्वारा प्रार्थना आयोजित की जाकर मेडिटेशन का अभ्यास करवाया जाएगा। सर्व धर्म मैत्राी संघ के अध्यक्ष प्रकाश जैन ने कहा कि शारीरिक दृष्टि से रिलेक्स अनुभव होता है। प्रथम प्रयास के कारण हृदय के प्रकाश तक पहुंचने में मामूली समय लगा। यह प्रक्रिया बहुत प्रसंशनीय है। कार्यक्रम के समापन सत्रा के दौरान गुरूवार को आंतरिक शुद्धिकरण तथा ब्रह्मण्ड में नकारात्मक विचारों को हटाकर सकारात्मकता को बढ़ावा देने की तकनीक का अभ्यास करवाया जाएगा।
कार्यक्रम में अपना घर के मूक बधिर बच्चों, आॅल इन वन योगा तथा ब्राईटर माईन्ड के बच्चों ने युनिटी इन डाईवर्सीटी पर एक नाटक का मंचन किया। चैन्नेई की लालाजी ओमेगा इन्टरनेशनल की लक्ष्मी ने तोरा मन दर्पण कहलाये, फैजाबाद की कैमिकल इन्जिनियर कृतिका ने पेड़ की डाली पर जैसी आध्यात्मिकता से सराबोर कविताओं का पाठ किया। इसी प्रकार अंशिका ने आ चल के तुझे, अनुष्का-इशिता ने अज्ञान के अंधेरे से, डाॅ. विकास सक्सेना ने मधुबन खुशबू देता है, अनुष्का ने तू प्यार का सागर है, तथा आशायें सामूहिक गान प्रस्तुत किया। एचकेएच के विद्यार्थी यश शर्मा ने बांसुरी वादन किया। आॅल इन वन के प्रशिक्षणार्थियों ने रिद्म योगा भी किया।
इस अवसर पर हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार विकास समिति के अध्यक्ष अरविन्द पारिक, सचिव अतुल चैरसिया, भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी एम.एल. मण्डार तथा हार्टफुलनेस समन्वयक अंकुर तिलक उपस्थित थे।

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