बुधवार, 28 सितंबर 2016

बाड़मेर आत्महत्याआंे की रोकथाम को चलेगा जागरूकता अभियानः चतुर्वेदी




बाड़मेर आत्महत्याआंे की रोकथाम को चलेगा जागरूकता अभियानः चतुर्वेदी




बाड़मेर, 28 सितंबर। बाड़मेर जिले मंे आत्म हत्याआंे की बढ़ती घटनाआंे को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसको लेकर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने समाचार पत्रांे मंे छपी खबरांे के आधार पर प्रसंज्ञान लिया है।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बताया कि बढ़ती आत्महत्या संबंधित समाचारांे पर प्रसंज्ञान लेते हुए आयोग से इसकी रोकथाम के लिए आमजन मंे जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए है। श्रीमती चतुर्वेदी ने बताया कि इसके लिए जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को आमजन को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए है। बाड़मेर जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बुधवार प्रातः जिला मुख्यालय पर ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के कार्यालय पहुंचकर हस्तशिल्प से जुड़े विविध पहलूआंे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इसके उपरांत उन्हांेने चैहटन कस्बे मंे संप्रेषण गृह, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय चैहटन, नवीन उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा राजकीय छात्रावासांे का निरीक्षण किया। उन्हांेने बाल संरक्षण अधिकारियांे के बारे मंे विस्तार से विद्यार्थियांे को जानकारी दी। चैहटन मंे उन्हांेने उपखंड अधिकारी कार्यालय मंे उपखंड स्तरीय अधिकारियांे के साथ बैठक के दौरान बाल संरक्षण के लिए संचालित विभिन्न गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। आयोग अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने अधिकारियांे को निर्देश दिए कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं बाल अधिकारांे के बारे मंे आमजन को जानकारी दी जाए। उन्हांेने बाल अधिकारांे के बारे मंे विद्यालयांे ने भी अध्ययन करवाने के निर्देश दिए। बैठक मंे उपखंड अधिकारी जीतेन्द्रसिंह नरूका, पुलिस उप अधीक्षक प्रभातीलाल, चैहटन पंचायत समिति के प्रधान कुंभाराम, बाल कल्याण विकास समिति की अध्यक्ष नवनीत पचैरी, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चैधरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक हेमंत खटीक, ब्लाक शिक्षा अधिकारी केशरदान समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने धोरीमन्ना मंे भामाशाह सुविधा शिविर के दौरान आमजन को जन कल्याणकारी योजनाआंे की जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग का उददेश्य बाल अधिकारांे की पहचान करना, उनको बढावा देने एवं संरक्षण से संबंधित विभिन्न योजनाआंे का विश्लेषण कर सभी बच्चांे को लाभांवित करना है। उन्हांेने कहा कि सभी बच्चे अपना जीवन सम्मान के साथ जी सके एवं उनकी आवाज को प्राथमिकता एवं ईमानदारी के साथ प्रत्येक स्तर पर सुनी जा सके, इसके लिए आयोग की ओर से प्रयास किए जा रहे है। उन्हांेने कहा कि बच्चांे के सर्वागीण विकास के लिए मैत्रीपूर्ण वातावरण का निर्माण किया जाए। श्रीमती चतुर्वेदी ने पालनहार योजना एवं पोक्सो अधिनियम के बारे मंे भी जानकारी दी।

स्कूली बच्चांे को चतुर्वेदी ने बताए बाल अधिकार
बाड़मेर, 28 सितंबर। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बाड़मेर प्रवास के दौरान चैहटन कस्बे मंे विभिन्न विद्यालयांे मंे पहुंचकर विद्यार्थियांे को बाल अधिकारांे के बारे मंे विस्तार से बताया। उन्हांेने इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के बंद रहने एवं नियमित रूप से पोषाहार नहीं मिलने के मामलांे को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग की स्थापना, लैंगिक अपराधांे से बालकांे के संरक्षण अधिनियम 2012, आयोग की शक्तियांे, कार्य के बारे मंे जानकारी दी। उन्हांेने विद्यार्थियांे को उनके अधिकारांे शिक्षा, संरक्षण एवं स्वास्थ्य तथा पोषण के बारे मंे अवगत कराया। उन्हांेने इस दौरान उनकी शैक्षणिक स्थिति के बारे मंे जानकारी लेने के साथ शिक्षकांे को नियमित रूप से नैतिक शिक्षा भी पढाने के निर्देश दिए। श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों की शिक्षा, पोषण, चिकित्सा, सुरक्षा आदि विषयों को गंभीरता से लेने के निर्देश देते हुए कहा कि बाल श्रम व पलायन रोकने के लिए खास प्रयास करने के साथ ही यह भी जरूरी है कि बच्चों के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण और इनके भविष्य को सँवारने की दिशा में भी ठोस काम किए जाएं। इसके लिए सकारात्मक चिन्तन के साथ बहुआयामी गतिविधियों का संचालन जरूरी है।
पैदल वाहिनी पर्यावरण मंे भूतपूर्व सैनिकांे की भर्ती के लिए आवेदन मांगे
बाड़मेर, 28 सितंबर। 128 वीं पैदल वाहिनी प्रादेशिक सेना पर्यावरण राज रिफ मंे मोची, रसोइया, रसोईया स्पेशल पदांे पर गौरव सेनानियांे एवं ट्रेडमेनांे की भर्ती 15 से 18 नवंबर तक बटालियन मुख्यालय पर आरपीसी कालोनी मोहनगढ जैसलमेर मंे आयोजित होगी।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि इस भर्ती के लिए गौरवी सेनानी पात्र होंगे। इनकी आयु 45 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस भर्ती के लिए इच्छुक पूर्व सैनिक अपनी मूल डिस्चार्ज बुक एवं पेंशन पेमेंट आर्डर के मूल दस्तावेजांे एवं छह पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ के साथ उपस्थित हो सकते है।
विद्यार्थियांे मंे वैज्ञानिक सोच के लिए विज्ञान मेलांे की महत्वपूर्ण भूमिकाःबिश्नोई
बाड़मेर, 28 सितंबर। विद्यार्थियांे मंे विज्ञान के प्रति रूचि बनाए रखने मंे विज्ञान मेलांे की महत्वपूर्ण भूमिका है। इससे वैज्ञानिक सोच मंे विकास के साथ विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा मिलती है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर अंतरीदेवी राबाउमावि बाड़मेर मंे जिला स्तरीय विज्ञान,गणित,जनसंख्या एवं विकास मेले के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मंे कही।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने विद्यार्थियांे की ओर से बनाए गए माडल देखने के साथ उनकी कार्यप्रणाली के बारे मंे जाना। इस दौरान उदघाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक गोरधनलाल सुथार ने विद्यार्थियांे से विज्ञान विषय मंे रूचि लेकर आगे बढने पर जोर दिया। उन्हांेने टेक्नोलाजी के युग मंे विज्ञान की महत्ता पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि जिला परिषद बाड़मेर के वरिष्ठ लेखाधिकारी मंगलाराम विश्नोई ने बच्चांे को सरकारी विद्यालयांे मंे अध्ययन करवाने की बात कही। उन्हांेने कहा कि वे अपने बच्चांे को भी सरकारी विद्यालय मंे अध्ययन करवा रहे है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कैलाशचंद तिवाड़ी ने कहा कि विज्ञान विषय पढने वाले विद्यार्थी की जीवन शैली, सोच एवं कार्य करने की प्रवृति प्रभावशाली होती है। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप मंे पार्षद बादलसिंह दईया उपस्थित थे। समारोह के अंत मंे शाला प्रधान एवं मेला सचिव राजेश महरवाल ने सभी आगुंतकांे का आभार जताया। विज्ञान मेले के आयोजन मंे दिलीप पनपालिया, उषा रामावत, इन्दू चैधरी समेत विद्यालय स्टाफ का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता जे.पी.शारदा ने किया।





बाल संरक्षण के लिए पुलिस संवेदनषील
होकर कार्य करेंः चतुर्वेदी

बाड़मेर, 27 सितंबर। बाल संरक्षण से जुड़े मामलांे मंे पुलिस संवेदनशील होकर कार्य करें। महिला उत्पीडन एवं बाल अपराधों की रोकथाम के लिए समन्वय स्थापित कर एक टीम वर्क के रूप में कार्य करना है। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर पुलिस अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने कहा कि पीड़ित पक्ष को राहत पहुंचाने के पुनीत कार्य मंे निरंतर प्रयास किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि इससे संबंधित विभागों के अधिकारी औचक निरीक्षण करें और व्यवस्थाओं की जांच करें तथा तथात्मक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। उन्होंने पुलिस थानांे मंे दर्ज प्रकरणांे की जानकारी ली एवं अधिकरियों से इसमें अब तक की गई कार्यवाही के बारें में पूछा। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकाधिक स्वंय सेवी संस्थाओं को सामाजिक कार्यो के लिए जोडा जाए। उन्होंने जिले में बाल विवाह रोकथाम के लिए किये गए प्रयासों की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि बाल संरक्षण के लिए कानून बने हुए हैं लेकिन इनकी पालना सुनिष्चित कराने में पुलिस अधिकारियों, बाल कल्याण समितियों, किषोर न्याय बोर्डों, मानव तस्कर विरोधी षाखाओं एवं स्वंयसेवी संगठनों के साथ-साथ आम जन की भी महत्ती भूमिका है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने बाड़मेर पुलिस की ओर से समय-समय पर की गई कार्रवाई एवं गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी।

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